मामी ने मेरी चड्डी में हाथ डाला
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पंजाबी लड़की की चुदाई कहानी में पढ़ें कि मेरे यार का बॉस एक पंजाबी लड़की को यानि मुझे बिहारी समझ कर चोदने जा रहा था. आप पढ़ कर मजा लें.
पंजाबी लड़की की चुदाई कहानी के पिछले भाग
बॉयफ्रेंड के बॉस ने मेरी गांड मार ली
में आपने पढ़ा कि
अंतर्वासना के सभी पाठकों का डॉली चड्ढा की और से फिर से स्वागत है। अपनी पिछली कहानी में बता चुकी हूं कि किस तरह रोहित के प्रमोशन के लिए मैंने योगेश तो अपनी चूत दी और योगेश मेरी चूत के साथ गांड भी मार कर चला गया.
मेरे नाराज होने पर योगेश ने माफी मांगी, लेकिन यह भी कहा की अगली चुदाई में वह मुझे भरपूर मजा देगा। मैंने योगेश को अपनी तरफ से मना कर दिया था कि मैं भविष्य में उसके साथ संभोग करने की इच्छुक नहीं हूं।
योगेश जब जाने को हुआ तब मैंने उससे रोहित के प्रमोशन के लिए फिर से आग्रह किया।
उसने मुझे अपनी ओर से हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।योगेश ने मुझे अपना मोबाइल नंबर देने का अनुरोध किया और मेरा मोबाइल नंबर लेकर चला गया।
अब आगे की पंजाबी लड़की की चुदाई कहानी:
उसके जाने के बाद मैं रोहित को फोन करके आने के लिए बोलकर नहाने चली गई।
रोहित डुप्लीकेट चाबी से ताला खोलकर फ्लैट में आ गया।
मैं नहाकर वॉशरूम से बेडरूम में नंगी ही बाहर आ गई।
मैंने देखा रोहित मेरा बेडरूम में इंतजार कर रहा है।
मुझे देखकर रोहित ने पूछा- क्या हुआ? क्या बॉस के साथ तुम्हारी बात आगे बढ़ी?
मैंने रोहित को बोला- तुम्हारा बॉस तो एक नंबर का औरत खोर है। भला ऐसा कैसे हो सकता था कि उसे मेरे साथ अकेले रहने का मौका मिले और वह मौके का फायदा ना उठाये। तुम्हारा बॉस मुझे चोदने के साथ-साथ मेरी गांड मार कर चला गया। मेरी गांड में अभी तक दर्द हो रहा है।
मेरी बात सुनकर रोहित ने मेरी गांड के छेद का निरीक्षण किया और बोला- डॉली, तेरे गांड का छेद थोड़ा सूजा हुआ लग रहा है।
इसके बाद रोहित ने एंटीसेप्टिक क्रीम मेरी गांड के छेद पर लगाई और उंगली से गांड में अंदर तक एंटीसेप्टिक क्रीम को लगा दिया।
अब रोहित ने पूछा- तुम्हें कितना मजा आया?
मैंने रोहित से बोला- मुझे बिल्कुल मजा नहीं आया और यह बात मैंने तुम्हारे बॉस को भी बता दी है। वह मुझे बोल रहा था कि अगली बार वह मुझे अच्छे से चोद देगा, लेकिन मैंने उसे अगली बार के लिए मना कर दिया है। उसे मैंने बोला कि अगर तुम्हें पता चल गया तो बहुत बड़ी मुसीबत हो जाएगी।
“तुमने बिल्कुल ठीक किया डॉली।” यह बोलकर रोहित ने मुझे अपनी बांहों में भर लिया।
मैं रोहित से बोली- यार, उस चुदाई में तो मजा नहीं आया लेकिन अब तो तुम मेरी चूत को चोद कर इसकी आग बुझा दो।
मेरी बात सुनकर रोहित ने मेरी चूत में अपनी जबान अंदर तक डाल दी और उसके रस को स्वाद ले ले कर चाटने लगा।
बहुत जल्दी मैं पूरी तरह गर्म हो गई और फिर रोहित ने मेरी धुआंधार चुदाई करी। बाद में हम दोनों नंगे सो गए।
चलिए आगे देखते हैं मेरे साथ योगेश में क्या-क्या किया।
योगेश द्वारा मेरे साथ संभोग किए जाने के बाद जल्द ही मेरी और रोहित की सेक्स क्रीड़ा यथावत चलने लगी।
एक दो बार योगेश का फोन ऑफिस टाइम में मेरे लिए आया और उसने मुझे से सामान्य रूप से बातचीत की लेकिन इस बातचीत का विषय सेक्स कतई नहीं, रोहित का प्रमोशन रहा।
ऑफिस के काम से कभी कभार रोहित को एक-दो दिन टूर पर भी जाना रहता था।
ऐसे ही एक बार रोहित ने मुझे बताया कि वह 2 दिनों के लिए टूर पर बाहर जा रहा है.
मैंने इसे सामान्य घटना की तरह लिया।
लेकिन जिस दिन रोहित को टूर पर जाना था उसी दिन मेरे पास योगेश का फोन आया और उसने शाम मुझसे मिलने की इच्छा प्रकट की।
मैंने योगेश को इन्कार करते हुए बताया कि क्योंकि मैं घर पर अकेली हूं, इसलिए किसी को नहीं मिल सकूंगी।
उसने मुझसे बहुत अनुरोध किया और यह भी बोला कि वह मुझे चोदने के लिए नहीं सिर्फ एक दोस्त की हैसियत से बातचीत करने के लिए शाम को आना चाहता है।
योगेश ने मुझे यह भी कहा जब तक मैं उसे नहीं चाहूंगी वह मुझे छुएगा भी नहीं।
खैर मैंने योगेश को घर आने की अनुमति तो दे दी लेकिन साथ ही रोहित को यह बता भी दिया कि उसकी अनुपस्थिति में मैं उसकी बीवी की हैसियत से उसके बॉस से शाम को मुलाकात करने वाली हूं।
शाम को ऑफिस से आकर मैंने रोहित के फ्लैट में ही नहा कर अपने आप को रेडी किया।
योगेश ने शाम को लगभग 7:00 बजे दरवाजे पर घंटी दी।
आज मैंने अपने आप को सेक्सी तरीके से नहीं तैयार किया था। मैं एक साधारण सलवार सूट पहने थी।
पर योगेश आज बहुत अच्छे तरीके से तैयार होकर आया था।
मैंने मुस्कुराकर योगेश का स्वागत किया।
मैं और योगेश आमने सामने सोफे पर बैठे थे।
कुछ देर औपचारिक बातें करने के बाद मैं किचन में कॉफी बनाने के लिए चली गई।
कॉफी पीने के दौरान योगेश ने मुझे एक इंपोर्टेड परफ्यूम दिया जो वह मेरे लिए लाया था।
मैंने मुस्कुराकर योगेश का धन्यवाद किया और उसका दिया उपहार स्वीकार कर लिया।
हम लोग थोड़ी देर तक यूं ही इधर-उधर की बातें करते रहे.
अचानक योगेश मुझसे बोला- डॉली, बुरा मत मानना क्या तुम मुझे बता सकती हो कि रोहित तुम्हारे साथ किस तरह सेक्स करता है?
मैंने बिना किसी संकोच के योगेश को बताया- रोहित मुझे पूर्ण तरह संतुष्ट करता है। वह मेरे साथ बहुत देर तक फोरप्ले करता है, मेरे पैर दबाता है और बदन पर हर जगह चूमता है। यहां तक कि वह मेरी उस जगह भी अपनी जुबान अंदर डालकर कुत्ते की तरह चाटता है।
मेरी बात सुनकर योगेश ने मुझसे पूछा- क्या तुम भी रोहित का लंड चूस लेती हो?
इसके जवाब में मैंने अपना सिर हां में हिला कर योगेश को बताया।
थोड़ी देर बाद बातचीत करने के बाद मैंने योगेश से दोबारा कॉफी की पूछा.
तो उसने काफी की जगह अगर ड्रिंक संभव हो तो उसकी इच्छा जताई।
मैंने फ्रिज खोलकर देखा तो उसमें कुछ व्हिस्की रखी हुई थी। मैंने लाकर योगेश के लिए पेग बना दिया और उसके सामने बैठ गई।
योगेश ने मुझसे भी ड्रिंक लेने का अनुरोध किया।
अब मैं समझ गई कि यह आज भी मेरे साथ संभोग करना चाहता है.
लेकिन फिर भी योगेश का मन रखने के लिए मैंने अपने लिए भी ड्रिंक बना लिया।
जब योगेश और मैंने दो दो पैग चढ़ा लिए तब हल्का हल्का सुरूर दोनों को हो गया।
इसी सुरूर की हालत में योगेश ने मुझसे उस दिन वाली नाइटी फिर से पहनने का अनुरोध किया।
योगेश के अनुरोध पर में हंस पड़ी और मैंने कहा- सर, मैं आपको उससे भी बेहतर ड्रेस पहन कर दिखाती हूं लेकिन इसके आगे मत बढ़ियेगा।
उसके द्वारा यह प्रॉमिस किए जाने पर कि वह कुछ भी नहीं करेगा मैं अपने बेडरूम में आई और मैंने एक छोटी स्कर्ट के साथ एक टाइट ब्लाउज पहन लिया।
स्कर्ट की लंबाई मेरे घुटनों से काफी ऊपर थी और इस ड्रेस में मेरे शरीर का काफी हिस्सा नजर आ रहा था।
मैंने जानबूझकर स्कर्ट के नीचे पैंटी भी नहीं पहनी और योगेश द्वारा लाया गया परफ्यूम लगाकर मैं दोबारा ड्राइंगरूम में पहुंची।
मुझे इस सेक्सी ड्रेस में देख योगेश के तो जैसे होश उड़ गए और वह सोफा से खड़ा हो गया।
योगेश के बिना बोले ही मैं उसके पास में जाकर बैठ गई और पूछा- कैसी लग रही हूं सर इस ड्रेस में मैं?
“एकदम कायनात लग रही हो।” योगेश ने प्रशंसा भरी नजरों से देखते हुए मुझे कहा।
“क्या ख्याल है एक एक छोटा पैग और लगाएं?” योगेश ने मुझसे पूछा।
मैंने अपना सर हां में हिलाया।
योगेश ने खुश होकर हम दोनों के गिलास दोबारा ड्रिंक से भर दिए।
हम दोनों ही धीरे-धीरे अपना ड्रिंक खाली करने लगे।
योगेश को भी अब तक यह आईडिया तो लग ही गया था कि मैं उसे चोदने दूंगी.
लेकिन उस दिन के अनुभव के कारण वह आगे बढ़ने में हिचक रहा था।
अब मेरा भी मूड अच्छा हो गया था, इसलिए मैंने पहल करते हुए योगेश का दाहिना हाथ मेरी जांघ पर रख लिया।
मेरी मांसल चिकनी जांघ पर हाथ जाते ही योगेश की तो जैसे लॉटरी निकल आई।
उसने मेरी जांघ को हल्के हल्के दबाते हुए ऊपर की ओर बढ़ना शुरू किया।
मुझे भी व्हिस्की के सुरूर के साथ योगेश के स्पर्श में मजा आने लगा था।
योगेश ने मेरी स्कर्ट में अपना हाथ डाल दिया और ऊपर की तरफ हाथ बढ़ाने लगा।
लेकिन मेरी कमर तक हाथ जाने के बाद उसे मालूम हुआ कि मैंने पैंटी नहीं पहन रखी है।
योगेश ने तुरंत मेरी पूरी स्कर्ट उठा दी।
अंदर से मेरी मुस्कुराती हुई चिकनी चूत को देख कर उसकी खुशी का ठिकाना ना रहा।
योगेश ने अर्थपूर्ण निगाहों से मेरी तरफ देखा तो जवाब में मैंने मुस्कुराकर योगेश को आंख मार दी।
बस फिर क्या था!
योगेश ने तुरंत अपना ड्रिंक खत्म किया और मुझे गोद में उठा कर बेडरूम की तरफ से चला।
बेडरूम में पहुंचकर योगेश ने मुझे आहिस्ता से बिस्तर पर लेटा दिया और अपने कपड़े उतार कर सिर्फ चड्डी में मेरे पास आया।
मेरे अधरों पर चुंबन लेते हुए वह ब्लाउज के ऊपर से ही मेरे स्तनों को दबाने लगा। मेरे अधरों को चूमते हुए योगेश ने मेरे ब्लाउज को उतार दिया।
मैंने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी इसलिए मेरे बड़े-बड़े स्तन योगेश के हाथ की गिरफ्त में आ गए थे।
अब वह उन्हें अच्छे से मसलने लगा था।
मेरे मुंह से अब थोड़े थोड़े सीत्कार फूटने लगे थे।
योगेश अब मुझे गर्दन के पास से चूसते हुए मेरे स्तनों पर आ गया और मेरे बाएं स्तन को मुंह में लेकर अच्छे से चूसने लगा।
उसका दाहिना हाथ मेरी स्कर्ट उतारने में लगा हुआ था।
मैंने भी अपने नितंब ऊपर करके योगेश को मेरी स्कर्ट उतारने में मदद की.
और साथ ही मैंने योगेश की चड्डी नीचे की तरफ खींच कर उतार दी।
अब मैं और योगेश पूरी तरह मादरजात नंगे थे।
मैंने देखा कि आज योगेश का लंड नाग जैसा फुफकार रहा था।
योगेश अब मेरी कमर को चूम रहा था।
जब उसने अपनी जुबान मेरी नाभि में डाली तब मेरे मुंह से ‘आहह हहह अहह … उईई ईश्स … मर गई …’ इस तरह के सीत्कार फूटने लगे।
योगेश ने अब मेरी कमर से नीचे मेरी जांघों के सबसे ऊपरी भाग को अच्छे से चूस चूस के काटना शुरू किया.
इससे मैं कामातुर होकर मछली की तरह छटपटाने लगी।
योगेश ने अब मेरे भगांकुर को अपने होठों के बीच ले लिया और अपनी दो उंगलियां मेरी चूत में डाल दी।
अब तो मैं इतने जोर से सीत्कार करने लगी कि कोई अगर इस फ्लैट के पास में रहता तो उसे मेरे सीत्कार जरूर सुनाई देते।
मैं पूरी तरह गर्म होकर योगेश से अपनी चुदाई शुरू करने के लिए अनुरोध करने लगी।
आज योगेश मुझे सताने के पूरे मूड में था।
योगेश नीचे लेट गया और उसने मुझे अपने मुंह पर बैठने का इशारा किया।
मैं सम्मोहित सी योगेश के मुंह पर अपनी चूत रखकर बैठ गई।
योगेश ने मुझे नितंबों से पकड़ लिया और उसने मेरी चूत में नीचे से अपनी पूरी जुबान मेरी चूत में डाल दी और कुत्ते की तरह उसे चाटने लगा।
“उईईईईई … मांआंआं मैं मर गईई ईई …” मैं जोर-जोर से चीखते हुए अपनी चूत को योगेश के मुंह पर आगे पीछे रगड़ने लगी।
योगेश को इतना सब कुछ करने पर भी संतोष नहीं मिला।
उसने मेरे काम रस से भीगी अपनी दो उंगलियां मेरी गांड के छेद में अंदर तक डाल दी।
अब तो मुझे खुद पर कंट्रोल करना नितांत असंभव हो गया और मैं काम आवेश में आकर उसके मुंह पर ही कूदने लगी।
मेरे रोम रोम से जैसे कामवासना टूटी जा रही थी।
मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, बस मैं अपनी चूत की आग किसी भी तरीके से बुझाना चाहती थी.
और इसी के लिए बार-बार योगेश ने मुझे चोदने का अनुरोध कर रही थी।
मेरी चूत की चटाई के दौरान मैं एक बार बहुत अच्छे से योगेश के मुंह पर ही झड़ गई।
योगेश ने स्वाद ले लेकर मेरी चूत से निकले नमकीन पानी को चाट चाट कर चूत को साफ कर दिया।
प्रिय पाठको, आप इस पंजाबी लड़की की चुदाई कहानी पर कृपया अपने बहुमूल्य सुझाव तथा कमेंट्स जरूर दें।
पंजाबी लड़की की चुदाई कहानी जारी रहेगी।
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